नमस्कार प्रिय माता पिता और प्यारे दोस्तों जैसा की आप सभी लोग जानते ही होंगे बच्चे का वजन कैसे बढ़ाया जा सकता है! अगर आपका बच्चा कमजोर और दुबला-पतला है और आप चिंतित हैं कि उसका वजन नहीं बढ़ रहा, तो चिंता न करें। यह एक आम समस्या है और थोड़ी सी समझदारी और सही आहार से इसे ठीक किया जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि बच्चे का वजन कैसे बढ़ाएं।
बच्चे का वजन क्यों नहीं बढ़ता?
बच्चे का वजन न बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- पाचन तंत्र कमजोर होना
- भूख न लगना
- अस्वस्थ खानपान
- विटामिन और मिनरल की कमी
- बार-बार बीमार पड़ना
- शारीरिक सक्रियता अधिक और आहार कम
अगर बच्चे का वजन बढ़ाना है, तो सबसे पहले इन कारणों की पहचान कर उन्हें दूर करना होगा।
बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए क्या करें?

1. संतुलित आहार दें (Balanced Diet)
बच्चे को ऐसा आहार दें जिसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन और खनिज सभी शामिल हों।
- कार्बोहाइड्रेट से ऊर्जा मिलती है।
- प्रोटीन मांसपेशियों और ऊतकों के निर्माण में मदद करता है।
- वसा वजन बढ़ाने में सहायक होती है।
उदाहरण:
चावल, रोटी, दाल, दूध, फल, हरी सब्जियां, अंडा, घी, पनीर आदि।
यह भी जानें –1 साल के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए?
2. दिन में 5-6 बार खाना दें
बच्चे को तीन भारी भोजन की बजाय दिन में 5-6 बार थोड़ा-थोड़ा कर खाना देना ज़्यादा फायदेमंद होता है।
- सुबह का नाश्ता
- मिड-मॉर्निंग स्नैक
- दोपहर का भोजन
- शाम का नाश्ता
- रात का खाना
- सोने से पहले दूध
3. हाई कैलोरी फूड शामिल करें
अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो खाने में कुछ हाई-कैलोरी चीजें ज़रूर शामिल करें:
- केला
- ड्राई फ्रूट्स (अखरोट, बादाम, किशमिश)
- घी और मक्खन
- चीज़
- पीनट बटर
नोट: यह सभी फूड्स सीमित मात्रा में और उम्र के अनुसार दें।
4. दूध और दूध से बनी चीजें दें
- दूध, दही, पनीर, छाछ जैसे डेयरी उत्पाद बच्चों के वजन के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
- सुबह और रात को दूध ज़रूर दें।
- आप दूध में थोड़ी सी शहद या ड्राई फ्रूट्स पाउडर भी मिला सकते हैं।
यह भी जानें –आयुर्वेदिक तरीके: बिना दवा के इम्यूनिटी मजबूत कैसे करें?
5. अंडा और चिकन (गैर-शाकाहारी बच्चों के लिए)
- अंडा प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है, इसे उबालकर या आमलेट के रूप में दें।
- चिकन या मछली भी वजन बढ़ाने में सहायक होते हैं।
- सप्ताह में 2-3 बार दिया जा सकता है।
6. स्मूदी और मिल्कशेक दें
- घर पर बनाकर स्मूदी (जैसे केले, आम, पपीते की स्मूदी) बच्चों को बहुत पसंद आती हैं।
- दूध के साथ मिलाकर बनाएं ताकि पोषण बढ़े।
7. रात में सोने से पहले दूध जरूर दें
- सोने से पहले गर्म दूध बच्चे को सुकून देता है और रातभर शरीर का विकास बेहतर होता है।
- चाहें तो इसमें थोड़ा सा घी या शहद मिला सकते हैं।
8. घरेलू नुस्खे जो वजन बढ़ाएं
- छोटे बच्चों के लिए: गाय के दूध में थोड़ा सा गाय का घी मिलाकर दें।
- सूखे मेवे का पाउडर: बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट को पीसकर पाउडर बनाएं और दूध में मिलाएं।
- च्यवनप्राश: आयुर्वेदिक च्यवनप्राश इम्यूनिटी के साथ वजन बढ़ाने में भी मदद करता है।
यह भी जानें –ड्राई स्किन से छुटकारा पाने के लिए 10 असरदार घरेलू नुस्खे
9.बच्चों के लिए एक सप्ताह का वजन बढ़ाने वाला डाइट चार्ट (उदाहरण)
दिन | नाश्ता | दोपहर का खाना | शाम का नाश्ता | रात का खाना |
सोमवार | दूध + केला | चावल, दाल, पनीर | सूजी हलवा | रोटी, सब्जी, दही |
मंगलवार | अंडा + ब्रेड | खिचड़ी + घी | मिल्कशेक | रोटी, दाल, घी |
बुधवार | दलिया + दूध | आलू-पराठा + दही | फ्रूट सलाद | चावल, सब्जी |
गुरुवार | पनीर सैंडविच | रोटी + सब्जी + घी | बिस्किट + दूध | मूंग दाल खिचड़ी |
शुक्रवार | पोहा + ड्राई फ्रूट्स | दाल-चावल | बनाना स्मूदी | अंडा करी + रोटी |
शनिवार | उपमा + नारियल पानी | आलू-सब्जी + पराठा | सूखे मेवे | रोटी, दही |
रविवार | इडली + सांभर | पुलाव + रायता | दूध + हलवा | खिचड़ी + घी |
10.बच्चों के वजन बढ़ाने में किन बातों का ध्यान रखें?
- जबरदस्ती खाना न खिलाएं – जबरदस्ती करने से बच्चा खाना खाने से चिढ़ने लगता है।
- खेलकूद को न रोकें – खेलने से भूख लगती है, और पाचन भी बेहतर होता है।
- नींद पूरी होनी चाहिए – नींद से शरीर का विकास होता है।
- पानी पर्याप्त मात्रा में पिलाएं – लेकिन भोजन के तुरंत बाद न पिलाएं।
- टीवी और मोबाइल के साथ खाना न दें – ध्यान से खाने पर पाचन अच्छा होता है।

11.डॉक्टर से कब सलाह लें?
अगर आपके सभी प्रयासों के बावजूद बच्चा लगातार कमजोर होता जा रहा है, और वजन में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है, तो निम्न लक्षणों पर डॉक्टर से सलाह लें:
- बच्चा खाना ही नहीं खा रहा
- हर महीने वजन कम हो रहा
- लगातार पेट खराब रहना
- कमजोरी, सुस्ती या एनर्जी की कमी
निष्कर्ष : बच्चे का वजन कैसे बढ़ाएं।
बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी है प्यार, धैर्य और समझदारी। रोज़ थोड़ा-थोड़ा करके पौष्टिक खाना देना, समय पर सुलाना, और खेल का समय देना—यह सब मिलकर बच्चे को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाते हैं।
ध्यान रहे: हर बच्चा अलग होता है, इसलिए उसकी ज़रूरतें भी अलग होती हैं। उसकी पसंद और नापसंद को ध्यान में रखकर ही डाइट प्लान करें।
ऐसी जानकारी के लिए जुड़े रहें HealthySamaj.com से।
Pingback: बच्चे का दिमाग तेज़ कैसे करें? - हेल्थी समाज
Pingback: बच्चों को खांसी-जुकाम से कैसे बचाएं? - हेल्थी समाज
Pingback: बच्चों में भूख की कमी किस बीमारी से होती है? कारण, लक्षण और समाधान - हेल्थी समाज