कैल्शियम की कमी से क्या होता है?

हैलो फ्रेंड आप सभी जानते ही होगें  की कैल्शियम की कमी से क्या होता है आओ चल कर जानते हैं की कैल्शियम की कमी कैसे पूरा किया जा सकता है जैसे की कैल्शियम शरीर के लिए एक अत्यंत आवश्यक खनिज (mineral) है, जो हड्डियों, दांतों, मांसपेशियों, नसों और हृदय के सही कार्य के लिए ज़रूरी होता है। यदि शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तो इसके कई गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं। इसे मेडिकल भाषा में Hypocalcemia कहा जाता है।

बल्कि यह हार्मोन के स्राव तक के लिए जरूरी है। जब शरीर में कैल्शियम की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है, तो यह कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं को जन्म देता है।

इस आर्टिकल को हम विस्तार से समझेंगे कि कैल्शियम की कमी से शरीर में क्या-क्या समस्याएं होती हैं, कौन-कौन से लक्षण नजर आते हैं और किन लोगों को इसका ज्यादा खतरा होता है।

 कैल्शियम क्या है और क्यों जरूरी है?

कैल्शियम एक खनिज (Mineral) है जो हमारे शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह मुख्यतः हड्डियों और दांतों में संग्रहित होता है, लेकिन इसका कुछ भाग खून, मांसपेशियों और कोशिकाओं में भी होता है।

कैल्शियम की मुख्य भूमिकाएं:

  1. हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाना
  2. मांसपेशियों को संकुचित करना
  3. तंत्रिका संकेतों का संचालन करना
  4. हार्मोन स्राव और एंजाइम की क्रियाशीलता में मदद
  5. दिल की धड़कन को नियंत्रित रखना

 कैल्शियम की कमी को क्या कहते हैं?

कैल्शियम की कमी को मेडिकल भाषा में Hypocalcemia कहा जाता है। यह तब होता है जब शरीर में खून में कैल्शियम का स्तर सामान्य से नीचे चला जाता है। यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है अगर इसे समय रहते न पहचाना जाए।

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 कैल्शियम की कमी के लक्षण और इसके प्रभाव

अब जानिए उन मुख्य लक्षणों और प्रभावों के बारे में जो कैल्शियम की कमी से होते हैं:

 1. हड्डियों में दर्द और कमजोरी

कैल्शियम की कमी सबसे पहले हड्डियों पर असर डालती है क्योंकि शरीर खून में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए हड्डियों से कैल्शियम खींचता है। इससे:

  1. हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं
  2. पीठ, जोड़ों, घुटनों और कमर में लगातार दर्द रहता है
  3. ऑस्टियोपीनिया या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं
  4. बुजुर्गों में गिरने पर जल्दी हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है

 2. दांतों की समस्याएँ

कैल्शियम की कमी से:

  1. दांतों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं
  2. दांत जल्दी सड़ने या टूटने लगते हैं
  3. मसूड़ों में सूजन और खून आ सकता है
  4. बच्चों में दूध के दांत देर से निकलते हैं

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 3. मांसपेशियों में ऐंठन और खिंचाव

  1. हाथ-पैरों में मरोड़, अकड़न और क्रैम्प्स आते हैं
  2. रात में सोते समय पैरों में खिंचाव या झटका लगता है
  3. जरा-सी थकान में मांसपेशियाँ दर्द करने लगती हैं

 4. थकान और कमजोरी

कैल्शियम की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है, जिससे:

  1. व्यक्ति हमेशा थका हुआ महसूस करता है
  2. एनर्जी की कमी रहती है
  3. सिर भारी लगता है और नींद अधिक आती है

 5. मानसिक समस्याएं

  1. चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग्स
  2. ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
  3. चिंता और अवसाद (डिप्रेशन) की स्थिति
  4. गंभीर मामलों में भ्रम और स्मृति की कमी

 6. दिल की धड़कन में गड़बड़ी

  1. हृदय की धड़कन अनियमित हो जाती है
  2. तेज या बहुत धीमी धड़कन महसूस हो सकती है
  3. यह स्थिति खतरनाक हो सकती है, खासकर बुजुर्गों में

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 7. बच्चों में विकास रुकना

  1. हड्डियाँ कमजोर रहने से लंबाई नहीं बढ़ती
  2. शारीरिक और मानसिक विकास धीमा पड़ता है
  3. स्कूल जाने वाले बच्चों में ध्यान की कमी और थकान
  4. कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण बार-बार बीमार पड़ना

 8. झुनझुनी और सुन्नपन

  1. हाथों-पैरों में झुनझुनी (tingling sensation)
  2. पैरों में सुन्नपन, विशेष रूप से लंबे समय तक बैठने या लेटने पर
  3. मांसपेशियों में कंपन या झटके महसूस होना

 9. गर्भवती महिलाओं के लिए गंभीर खतरे

  1. माँ को तेज पीठ दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी
  2. बच्चे में हड्डियों और दांतों का विकास अधूरा
  3. प्रसव के समय जटिलताएँ हो सकती हैं
  4. High BP या प्रीक्लेम्प्सिया का खतरा

 किन लोगों को कैल्शियम की कमी का खतरा ज्यादा होता है?

  1. महिलाएँ, खासकर 30 की उम्र के बाद और मेनोपॉज़ के बाद
  2. बुजुर्ग (60+ उम्र के लोग)
  3. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ
  4. शाकाहारी लोग जो डेयरी नहीं लेते
  5. विटामिन D की कमी वाले लोग
  6. थायरॉइड, किडनी या लीवर की बीमारी से पीड़ित लोग

 शरीर में कैल्शियम की कमी की जांच कैसे करें?

  1. Serum Calcium Blood Test – खून में कैल्शियम की मात्रा पता चलती है
  2. Vitamin D Test – क्योंकि विटामिन D की कमी से कैल्शियम अवशोषण नहीं होता
  3. Bone Density Test (DEXA scan) – हड्डियों की मजबूती पता करने के लिए
  4. PTH Test – Parathyroid हार्मोन का टेस्ट भी डॉक्टर करवा सकते हैं

 कैल्शियम की कमी से बचने के उपाय

 आहार में कैल्शियम शामिल करें:

  1. दूध, दही, पनीर
  2. हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी)
  3. बादाम, तिल, अंजीर
  4. सोया मिल्क, टोफू
  5. मछली (सार्डिन, सैल्मन – अगर नॉनवेज लेते हों)

 विटामिन D लें:

  1. रोजाना कुछ देर धूप में बैठें
  2. डॉक्टर की सलाह से विटामिन D सप्लीमेंट लें

 शारीरिक व्यायाम करें:

  1. वेट बियरिंग एक्सरसाइज करें जैसे वॉकिंग, योग
  2. हड्डियाँ मजबूत बनती हैं और कैल्शियम बेहतर तरीके से जमा होता है

 आवश्यकता होने पर कैल्शियम सप्लीमेंट लें:

  1. डॉक्टर की सलाह से ही
  2. ज़रूरत से ज्यादा लेने पर नुकसान भी हो सकता है

 निष्कर्ष (Conclusion): कैल्शियम की कमी से क्या होता है?

कैल्शियम की कमी कोई छोटी समस्या नहीं है। यह शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों और कार्यों को प्रभावित कर सकती है। यदि आप ऊपर बताए गए लक्षणों में से किसी को अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जाँच कराएं।

स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, धूप का सेवन और जागरूकता से आप इस समस्या से खुद को और अपने परिवार को बचा सकते हैं।

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2 thoughts on “कैल्शियम की कमी से क्या होता है?”

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