दोस्तों जैसा की आप सभी जानते हैं ,आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाते और इसका सीधा असर हमारे शरीर के पोषण स्तर पर पड़ता है। कैल्शियम की कमी उन्हीं आम समस्याओं में से एक है, जो ज्यादातर लोगों को धीरे-धीरे कमजोर बना रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना दवाइयों के भी कैल्शियम की पूर्ति की जा सकती है?
हम जानेंगे कि कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें, वो भी बिल्कुल आसान और घरेलू तरीकों से।
कैल्शियम की हमारे शरीर में भूमिका
कैल्शियम सिर्फ हड्डियों के लिए ही नहीं, बल्कि दांतों, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के सही संचालन के लिए भी जरूरी है। यह दिल की धड़कन को नियंत्रित करता है और हार्मोन्स के सही स्राव में मदद करता है। अगर शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए, तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, दांत खराब होने लगते हैं और मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है।
कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें , घरेलू और नेचुरल तरीके
1. दूध और डेयरी उत्पाद
अगर आप सच में जानना चाहते हैं कि कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें, तो सबसे पहला और आसान तरीका है – दूध और दूध से बनी चीजें जैसे दही, पनीर, छाछ और चीज।

- रोज सुबह या रात में एक गिलास गर्म दूध पीना हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद है।
- बच्चों को भी दिन में कम से कम एक बार दूध जरूर देना चाहिए।
2. हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, बथुआ और सरसों का साग जैसे हरी पत्तेदार सब्जियों में भी भरपूर कैल्शियम होता है।
- हफ्ते में कम से कम 3-4 बार इन सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।
- इन्हें उबालकर या हल्का भूनकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
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3. सूखे मेवे और बीज
बादाम, अंजीर, खजूर और तिल जैसे मेवे और बीज कैल्शियम का अच्छा स्रोत होते हैं।
- एक मुट्ठी भुने हुए तिल और गुड़ खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं।
- सुबह खाली पेट भीगे हुए 4-5 बादाम खाने की आदत डालें।
4. अंकुरित अनाज और दालें
चना, मूंग, लोबिया और राजमा जैसे अनाजों को अंकुरित करके खाएं।
- अंकुरित अनाज शरीर में कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन और फाइबर भी देता है।
- यह पाचन को भी मजबूत करता है।
5. सोया उत्पाद
टोफू और सोया मिल्क भी कैल्शियम के अच्छे स्रोत माने जाते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो दूध नहीं पीते।
- यह शाकाहारियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
- हफ्ते में 2-3 बार टोफू की सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
6. फल और सूखे फल
संतरा, कीवी, अमरूद, आंवला और अंजीर जैसे फल न केवल कैल्शियम बल्कि विटामिन C भी प्रदान करते हैं, जो कैल्शियम को शरीर में अच्छे से अवशोषित करने में मदद करता है।
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कैल्शियम की कमी के लक्षण कैसे पहचानें?
- मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन
- जोड़ों या हड्डियों में दर्द
- दांत जल्दी खराब होना
- नाखूनों का कमजोर होना
- बच्चों की ग्रोथ रुक जाना
- बार-बार थकावट महसूस होना
अगर ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अपने खानपान में बदलाव करें और कैल्शियम की पूर्ति के तरीकों को अपनाएं।
कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन D भी जरूरी है
सिर्फ कैल्शियम लेना काफी नहीं है। उसका शरीर में अच्छे से अवशोषण हो, इसके लिए विटामिन D भी उतना ही जरूरी है।
- रोजाना सुबह की धूप में 15-20 मिनट बैठना इस जरूरत को पूरा कर सकता है।
- साथ ही, अंडा, मछली, और कुछ सप्लीमेंट्स से भी विटामिन D मिल सकता है।
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कैल्शियम की पूर्ति के लिए क्या न खाएं?
- बहुत ज्यादा नमक
- कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा
- ज्यादा चाय-कॉफी
- प्रोसेस्ड फूड और पैकेट वाला खाना
ये चीजें शरीर से कैल्शियम को बाहर निकाल देती हैं, इसलिए जितना हो सके इनसे दूर रहें।

कैल्शियम की पूर्ति के लिए डेली डोज कितनी होनी चाहिए
आयु वर्ग / अवस्था | रोजाना कैल्शियम आवश्यकता |
---|---|
बच्चों (1-9 साल) | 500-800 mg |
किशोर (10-18 साल) | 1300 mg |
वयस्क (19-50 साल) | 1000 mg |
गर्भवती महिलाएं | 1200-1500 mg |
बुजुर्ग (50+ साल) | 1200 m |
conclusion : कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें- आसान घरेलू तरीके:
अगर आप सोच रहे हैं कि “कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें”, तो इसका जवाब आपके अपने किचन में है। बस थोड़ी सी जागरूकता और सही आहार अपनाकर आप कैल्शियम की कमी से खुद को और अपने परिवार को बचा सकते हैं।“हड्डियां मजबूत होंगी, तो जिंदगी लंबी और स्वस्थ होगी“
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