नमस्कार दोस्तों जैसा की आप सभी लोग जानते हैं की कौन सी दाल मे सबसे ज्यादा कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जैसे की मसूर की दाल सबसे ज्यादा खाने वाली दालों मे से एक होती है तथा अन्य दालों मे से कैल्शियम की मात्रा कम होती है और दालें भारतीय रसोई की जान होती हैं। हर घर में हर दिन किसी ना किसी प्रकार की दाल जरूर बनती है। दालें न केवल स्वादिष्ट होती हैं बल्कि पोषण से भी भरपूर होती हैं। इनमें प्रोटीन, आयरन, फाइबर और कई आवश्यक विटामिन्स होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दालें कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत होती हैं?
कैल्शियम हमारी हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों के लिए बेहद जरूरी है। खासकर महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा ज़रूरी होती है। तो आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी दालें कैल्शियम में भरपूर होती हैं और उन्हें अपने आहार में शामिल करने से क्या फायदे हो सकते हैं।

कैल्शियम का महत्व
किसी भी खाद्य पदार्थ में कैल्शियम होना बहुत मायने रखता है क्योंकि:
- यह हड्डियों को मजबूत बनाता है
- दांतों को स्वस्थ रखता है
- मांसपेशियों की कार्यक्षमता बनाए रखता है
- दिल की धड़कनों को नियमित करता है
- हार्मोन स्राव में मदद करता है
यदि शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो हड्डियाँ कमजोर हो सकती हैं, मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, नाखूनों का टूटना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कैल्शियम की जरूरत कितनी होती है?
- बच्चे (1–9 वर्ष) – 600-800 mg प्रतिदिन
- किशोर और युवा (10–18 वर्ष) – 1000–1200 mg
- वयस्क (19–50 वर्ष) – 1000 mg
- गर्भवती महिलाएं – 1200 mg
- बुजुर्ग (50+ वर्ष) – 1200–1300 mg
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अब जानते हैं – कौन सी दालें कैल्शियम में सबसे अधिक होती हैं?
1. मसूर दाल (Red Lentils)
- कैल्शियम मात्रा: लगभग 19 mg प्रति 100 ग्राम (कच्ची अवस्था में)
- मसूर दाल सबसे ज़्यादा खाई जाने वाली दालों में से एक है। यह हल्की, पचने में आसान और जल्दी बन जाती है। इसमें प्रोटीन के साथ-साथ आयरन और फोलिक एसिड भी होता है।
- हालांकि इसमें कैल्शियम की मात्रा दूसरी दालों के मुकाबले कम होती है, लेकिन नियमित सेवन से यह भी योगदान देती है।
2. चना दाल (Bengal Gram Dal)
- कैल्शियम मात्रा: 56 mg प्रति 100 ग्राम
- चना दाल कैल्शियम के मामले में एक मजबूत विकल्प है। इसमें भरपूर फाइबर, आयरन, जिंक और प्रोटीन भी होता है।
- यह दाल हड्डियों के विकास के लिए बेहद उपयोगी मानी जाती है।
3. मूंग दाल (Green Gram / Moong Dal)
- कैल्शियम मात्रा: लगभग 27 mg प्रति 100 ग्राम
- यह दाल सबसे ज़्यादा सुपाच्य मानी जाती है। बीमारियों के दौरान डॉक्टर भी मूंग दाल की खिचड़ी की सलाह देते हैं।
- इसमें कैल्शियम के साथ-साथ मैग्नीशियम और पोटैशियम भी होता है।
4. उड़द दाल (Black Gram Dal)
- कैल्शियम मात्रा: लगभग 154 mg प्रति 100 ग्राम
- उड़द दाल कैल्शियम का सबसे शक्तिशाली स्रोत मानी जाती है। यह खासतौर पर हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होती है।
- यह दक्षिण भारतीय व्यंजनों जैसे डोसा, इडली आदि में प्रमुखता से इस्तेमाल होती है।
- Note: यह दाल भारी होती है, अतः गैस या पाचन समस्या वालों को सीमित मात्रा में लेनी चाहिए।
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5. अरहर दाल (Toor Dal / Pigeon Pea)
- कैल्शियम मात्रा: 73 mg प्रति 100 ग्राम
- अरहर दाल भारत में सबसे ज़्यादा खाई जाने वाली दालों में से एक है।
- इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम के साथ-साथ पोटैशियम और विटामिन बी होता है।
- यह दाल मधुमेह रोगियों के लिए भी अच्छी मानी जाती है।
6. राजमा (Kidney Beans – हालांकि ये तकनीकी रूप से दाल नहीं है, लेकिन इसे दालों में ही खाया जाता है)
- कैल्शियम मात्रा: लगभग 143 mg प्रति 100 ग्राम
- राजमा एक कैल्शियम युक्त फूड है जिसे बच्चे और बड़े सभी पसंद करते हैं।
- यह दाल नहीं है, बल्कि एक फलियों की प्रजाति है लेकिन भारतीय व्यंजनों में इसे दाल की तरह ही खाया जाता है।
किस दाल में सबसे अधिक कैल्शियम है?
यदि केवल कैल्शियम के हिसाब से देखा जाए तो:
उड़द दाल > राजमा > अरहर दाल > चना दाल > मूंग दाल > मसूर दाल
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कैल्शियम को कैसे बढ़ाएं: दालों को खाने के आसान तरीके
- मिक्स दाल बनाएं: उड़द, चना और मूंग को मिलाकर मिक्स दाल बनाएं जो स्वादिष्ट भी होगी और पोषण भी देगी।
- स्प्राउट्स (अंकुरित दालें): मूंग और चना को अंकुरित करके खाने से उनका पोषण दुगुना हो जाता है।
- डोसा/इडली बैटर: उड़द और चावल से बने बैटर को खमीर उठने दें, इससे कैल्शियम की बायोअवेलेबिलिटी बढ़ती है।
- दाल का सूप: दालों का हल्का सूप बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुज़ुर्गों के लिए बहुत लाभकारी होता है।
- दाल पराठा: चना दाल या उड़द दाल को उबालकर पराठे में भरने से एक नया स्वाद और पोषण मिलता है।
कैल्शियम के अवशोषण के लिए जरूरी बातें
- सिर्फ कैल्शियम लेना काफी नहीं, उसके अवशोषण के लिए विटामिन D की जरूरत होती है।
- धूप सेंकना या विटामिन D युक्त आहार (जैसे अंडा, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध) लेना जरूरी है।
- ज्यादा नमक या कैफीन लेने से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है।
- फॉस्फोरस (जैसे कोल्ड ड्रिंक्स) कैल्शियम के अवशोषण में बाधा डालता है।

किन लोगों को कैल्शियम युक्त दालें ज़रूर खानी चाहिए?
- गर्भवती महिलाएं: शिशु की हड्डियों के विकास के लिए
- बच्चे और किशोर: हड्डियों की लंबाई और मजबूती के लिए
- बुज़ुर्ग: ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों के खोखलेपन) से बचने के लिए
- महिलाएं: मासिक धर्म, गर्भावस्था और मेनोपॉज़ में हड्डियों में तेजी से कैल्शियम कम होता है
- खिलाड़ी और जिम जाने वाले लोग: मांसपेशियों की कार्यक्षमता के लिए
निष्कर्ष (Conclusion): कौन सी दाल में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है?
कैल्शियम शरीर के लिए एक अनिवार्य मिनरल है, और दालें इसका एक बेहतरीन शाकाहारी स्रोत हो सकती हैं। उड़द दाल, चना दाल, अरहर दाल जैसी दालों में कैल्शियम की मात्रा अच्छी होती है। अगर आप शुद्ध शाकाहारी हैं या दूध का सेवन नहीं करते, तो दालें आपके लिए कैल्शियम प्राप्त करने का सबसे स्वादिष्ट और आसान तरीका हो सकती हैं।
इन दालों को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करें और साथ में धूप सेंकने व विटामिन D युक्त आहार भी लें, ताकि कैल्शियम का पूरी तरह से लाभ मिल सके।
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