नमस्कार दोस्तों औरसाथियों जैसा की आप सभी लोग जानते हैं की हड्डियों में कैल्शियम की पूर्ति कैसे की जा सकती है। जैसे की हड्डियां हमारे शरीर का मजबूत ढांचा होती हैं। बचपन से लेकर बुढ़ापे तक हड्डियों की मजबूती शरीर की मजबूती का संकेत होती है। लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है। इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और फ्रैक्चर या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इसलिए जरूरी है कि हम समय रहते हड्डियों में कैल्शियम की पूर्ति करें। इस लेख में हम जानेंगे कि हड्डियों में कैल्शियम की कमी क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं और किस तरह से कैल्शियम की पूर्ति की जा सकती है।
जैसा की आप सभी जानते हैं की हम अपने पिछले Articles में भी आपको सेहत से जुड़ी अच्छी सलाह देते आए हैं और आज का ये आर्टिकल भी काफी खास होने वाला है तो इसीलिए आप पोस्ट के अंत तक जरूर बने रहिए।

1. हड्डियों में कैल्शियम की कमी क्यों होती है?
कई कारण होते हैं जिनकी वजह से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है, जैसे:
- खानपान की खराब आदतें – जंक फूड, पैक्ड फूड या कैल्शियम से रहित डाइट लेना
- विटामिन D की कमी – विटामिन D की मदद से ही कैल्शियम शरीर में अवशोषित होता है
- बढ़ती उम्र – उम्र बढ़ने पर शरीर की कैल्शियम अवशोषित करने की क्षमता घटती है
- गर्भावस्था और स्तनपान – इस दौरान महिला के शरीर में अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है
- हार्मोनल बदलाव – खासकर महिलाओं में मेनोपॉज़ के बाद
2. कैल्शियम की कमी के लक्षण
यदि शरीर में लंबे समय तक कैल्शियम की कमी रहती है, तो इसके कुछ सामान्य लक्षण दिखने लगते हैं:
- हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन
- बार-बार फ्रैक्चर होना
- दांत कमजोर होना या जल्दी सड़ जाना
- नाखून टूटना
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- बच्चों में रिकेट्स (हड्डियों का टेढ़ा होना)
3. हड्डियों में कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें?
अब जानते हैं कि किन उपायों से हम कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकते हैं:
यह भी जानें-सबसे ज्यादा कैल्शियम कौन सी चीज में पाया जाता है? |
4. कैल्शियम युक्त आहार को अपनाएं
कैल्शियम की पूर्ति के लिए सबसे पहले हमें अपने खानपान में बदलाव करना होगा। ऐसे कई प्राकृतिक खाद्य पदार्थ हैं जिनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है:
दूध और दूध से बनी चीजें:
- गाय का दूध, बकरी का दूध
- दही
- पनीर
- छाछ
- चीज़
हरी पत्तेदार सब्जियां:
- पालक
- मेथी
- बथुआ
- सरसों का साग
सूखे मेवे और बीज:
- बादाम
- अंजीर
- तिल के बीज
- चिया सीड्स
दालें और अनाज:
- सोयाबीन
- राजमा
- चना
- रागी (मंडुआ)
मछली और अंडे:
- छोटी हड्डियों वाली मछली (सार्डिन, सैल्मन)
- अंडे की जर्दी
अन्य स्रोत:
- ओट्स
- टोफू
- कैल्शियम फोर्टिफाइड अनाज (breakfast cereals)
यह भी जानें-तेजी से कैल्शियम कैसे बढ़ाएं?
5. विटामिन D लेना है बेहद जरूरी
कैल्शियम को शरीर में अवशोषित करने के लिए विटामिन D बहुत जरूरी है। यदि आप सिर्फ कैल्शियम युक्त चीजें खाते हैं लेकिन विटामिन D की कमी है, तो हड्डियों तक वो कैल्शियम नहीं पहुंचेगा। इसके लिए आप:
- रोज़ सुबह 20-30 मिनट धूप में बैठें (सूर्य की रोशनी से विटामिन D मिलता है)
- विटामिन D युक्त फूड लें जैसे – अंडे, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध
- डॉक्टर से सलाह लेकर विटामिन D सप्लीमेंट लें
6. कैल्शियम सप्लीमेंट – कब लें और कैसे लें?
यदि डाइट से पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से कैल्शियम सप्लीमेंट लिया जा सकता है। कुछ सामान्य बातें ध्यान में रखें:
- डॉक्टर की जांच के बाद ही कैल्शियम की गोली लें
- एक बार में 500mg से अधिक कैल्शियम न लें (शरीर एक बार में इतनी ही मात्रा को अवशोषित कर पाता है)
- कैल्शियम के साथ विटामिन D3 लेना जरूरी होता है
- दूध के साथ गोली न लें, यह अवशोषण में बाधा बन सकती है
7. जीवनशैली में बदलाव करें
सिर्फ खानपान ही नहीं, कुछ आदतें भी कैल्शियम के स्तर को प्रभावित करती हैं। स्वस्थ हड्डियों के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- धूम्रपान और शराब से बचें – ये हड्डियों की कैल्शियम संरचना को कमजोर करते हैं
- नियमित व्यायाम करें – जैसे तेज चलना, योग, स्किपिंग, सीढ़ी चढ़ना
- तनाव कम करें – अधिक तनाव हॉर्मोनल असंतुलन पैदा करता है जो हड्डियों को कमजोर करता है
- रात को देर से जागने की आदत छोड़ें – नींद की कमी शरीर की मरम्मत प्रक्रिया को प्रभावित करती है
8. बच्चों और बुजुर्गों को दें विशेष ध्यान
बच्चों में:
- हड्डियों की सही वृद्धि के लिए दूध, दही, रागी, बादाम आदि दें
- बाहर खेलने दें ताकि उन्हें सूरज की रोशनी मिल सके
बुजुर्गों में:
- कमजोर हड्डियों से फ्रैक्चर का खतरा रहता है
- नियमित हेल्थ चेकअप कराएं
- डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट दें
यह भी जानें-बच्चों के लिए विटामिन्स और सप्लीमेंट्स: कौन सा मल्टीविटामिन बच्चों के लिए सही है?
9. घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक तरीके
भारत में कई पारंपरिक और आयुर्वेदिक तरीके भी हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं:
- तिल के लड्डू – सर्दियों में खाने से कैल्शियम और ऊर्जा मिलती है
- गोंद के लड्डू – खासकर महिलाओं के लिए फायदेमंद
- अश्वगंधा चूर्ण – हड्डियों को ताकत देता है (डॉक्टर की सलाह से लें)
- शिलाजीत – बुजुर्गों में हड्डियों की कमजोरी के लिए उपयोगी
10. कैल्शियम की जरूरत कितनी है?
विभिन्न आयु वर्गों के लिए कैल्शियम की दैनिक जरूरत:
आयु वर्ग | कैल्शियम आवश्यकता (mg/दिन) |
1-3 वर्ष | 700 |
4-8 वर्ष | 1000 |
9-18 वर्ष | 1300 |
19-50 वर्ष | 1000 |
51 वर्ष से अधिक | 1200 |
गर्भवती / स्तनपान कराती महिलाएं | 1200–1300 |

11. क्या ज्यादा कैल्शियम नुकसानदायक है?
हां, जरूरत से ज्यादा कैल्शियम लेने से कुछ समस्याएं हो सकती हैं:
- पेट में गैस या कब्ज
- किडनी स्टोन बनने की संभावना
- मांसपेशियों में अकड़न
- कैल्शियम का ब्लड वेसल्स में जमा होना (rare case)
इसलिए हमेशा संतुलन बनाए रखें और डॉक्टर की सलाह अनुसार ही सप्लीमेंट लें।
निष्कर्ष (Conclusion): हड्डियों में कैल्शियम की पूर्ति कैसे करें?
हड्डियों में कैल्शियम की पूर्ति करना कोई एक दिन की प्रक्रिया नहीं है। यह एक नियमित और जागरूक जीवनशैली का हिस्सा होना चाहिए। यदि आप संतुलित आहार, धूप, व्यायाम और सही आदतें अपनाते हैं तो हड्डियां लंबे समय तक मजबूत बनी रहती हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को अपने शरीर की इस ज़रूरत को समझना चाहिए और समय रहते कदम उठाने चाहिए।
स्वस्थ हड्डियां ही स्वस्थ जीवन की नींव हैं। आज से ही अपने शरीर की ज़रूरतों का ध्यान रखें और कैल्शियम युक्त जीवनशैली अपनाएं।
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