बच्चे को कब्ज की समस्या हो तो क्या करें?

नमस्कार दोस्तों जैसा की आप सभी लोग जानते ही होगें की बच्चों मे पेट कब्ज की समस्या हो तो क्या करना चाहिए
आज कल बच्चों मे पेट कब्ज की समस्या आम हो गई है और इनमें से एक सबसे सामान्य समस्या है कब्ज (Constipation)। जब बच्चा नियमित रूप से मल त्याग नहीं करता, या शौच के समय दर्द महसूस करता है, तो यह संकेत हो सकता है कि उसे कब्ज की समस्या है। छोटे बच्चे अपनी परेशानी ठीक से बता भी नहीं पाते, इसलिए माता-पिता को लक्षणों और आदतों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

आइए विस्तार से जानते हैं कि बच्चों में कब्ज क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं, और इससे कैसे राहत दिलाई जा सकती है।

जैसा की आप सभी जानते हैं की हम अपने पिछले Articles में भी आपको सेहत से जुड़ी अच्छी सलाह देते आए हैं  और आज का ये आर्टिकल भी काफी खास होने वाला है तो इसीलिए आप पोस्ट के अंत तक जरूर बने रहिए

कब्ज क्या है?

जब बच्चा 2 या उससे कम बार हफ्ते में शौच करता है या शौच करते समय तकलीफ महसूस करता है, तब उसे कब्ज की समस्या मानी जाती है। इसमें मल सूखा, सख्त और बाहर निकालने में कठिन हो सकता है।

बच्चों में कब्ज के मुख्य कारण

बच्चों में कब्ज होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकते हैं:

1. पर्याप्त पानी न पीना

  1. बच्चे अकसर पानी पीने से कतराते हैं, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है और मल सूख जाता है।
  2. यह सूखा मल आंतों में अटक जाता है, जिससे पेट भारी लगता है।

2. फाइबर की कमी

  1. आजकल के फास्ट फूड और प्रोसेस्ड आहार में फाइबर कम होता है।
  2. फाइबर की कमी से मल कठोर हो जाता है और आसानी से बाहर नहीं आता।

3. शारीरिक गतिविधियों की कमी

  1. दिनभर टीवी, मोबाइल या टैबलेट में लगे रहना बच्चों को निष्क्रिय बना देता है।
  2. शरीर की गति न होने से आंतें भी सुस्त हो जाती हैं और कब्ज की समस्या होने लगती है।

4. टॉयलेट को रोकना

  1. कई बच्चे खेल में मग्न रहते हैं और टॉयलेट को रोकते रहते हैं।
  2. यह आदत लंबे समय में कब्ज की आदत बना देती है।

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5. मानसिक तनाव

  1. स्कूल, परीक्षा या घर का माहौल भी बच्चों को मानसिक रूप से परेशान कर सकता है, जो उनके पाचन पर असर डालता है।

बच्चों में कब्ज के लक्षण

अगर आपके बच्चे में ये लक्षण दिखें, तो कब्ज की संभावना हो सकती है:

  1. हफ्ते में 2 बार से कम मल त्याग
  2. मल बहुत सख्त या सूखा निकलना
  3. शौच करते समय दर्द या खून आना
  4. पेट में सूजन या भारीपन
  5. लगातार भूख न लगना
  6. चिड़चिड़ापन या रोना
  7. मल त्याग के बाद भी पेट साफ न लगना

कब्ज से राहत के घरेलू उपाय

1. गुनगुना पानी

  1. सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी पिलाएं।
  2. इससे पाचन क्रिया सक्रिय होती है और आंतें काम करने लगती हैं।

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2. फाइबर युक्त आहार

  1. फलों जैसे पपीता, सेब (छिलके के साथ), नाशपाती दें।
  2. हरी सब्जियों में पालक, गाजर और चुकंदर फायदेमंद हैं।
  3. साबुत अनाज और दलिया कब्ज दूर करते हैं।

3. दूध + घी

  1. रात को एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच देसी घी मिलाकर दें।
  2. यह मल को नरम करता है और सुबह पेट साफ करने में मदद करता है।

4. त्रिफला चूर्ण

  1. एक साल से ऊपर के बच्चों को डॉक्टर की सलाह पर त्रिफला की बहुत थोड़ी मात्रा दी जा सकती है।
  2. यह आयुर्वेदिक चूर्ण आंतों की सफाई में सहायक होता है।

5. नारियल पानी

  1. यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और पाचन क्रिया को सुधारता है।

6. पेट की मालिश

  1. गुनगुने तेल से पेट पर हल्के हाथों से मालिश करें।
  2. इससे गैस निकलती है और मल त्याग में आसानी होती है।

बच्चों के आहार में किन चीजों को शामिल करें?

 फल

  1. पपीता
  2. सेब
  3. किशमिश (भिगोकर)
  4. अमरूद

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 सब्जियाँ

  1. लौकी
  2. पालक
  3. गाजर
  4. चुकंदर
    अनाज और दालें
  1. ओट्स
  2. रागी
  3. दलिया
  4. मूंग दाल

 तरल पदार्थ

  1. नारियल पानी
  2. छाछ
  3. नींबू पानी
  4. सादा पानी (दिनभर में कम से कम 5-6 गिलास)

इन चीजों से बचें

बच्चे के आहार में कुछ चीजें बंद करने से बहुत फ़र्क पड़ता है:

  1.  चॉकलेट और बिस्कुट
  2.  ज्यादा दूध (बिना फाइबर के)
  3.  फास्ट फूड (पिज्जा, बर्गर)
  4.  पैकेज्ड जूस और कोल्ड ड्रिंक्स
  5.  मैदा और तली चीजें

बच्चे की दिनचर्या में सुधार कैसे करें?

1. टॉयलेट की टाइमिंग तय करें

हर दिन एक निश्चित समय पर बच्चे को टॉयलेट जाने की आदत डालें।

2. शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाएं

  1. बच्चे को खेलने, दौड़ने, और साइकलिंग करने के लिए प्रोत्साहित करें।
  2. यह पाचन को तेज करता है।

3. स्क्रीन टाइम सीमित करें

मोबाइल या टीवी पर ज़्यादा समय बिताना पाचन क्रिया को धीमा कर सकता है।

4. डर न दिखाएं

बच्चे को टॉयलेट के लिए कभी डांटें नहीं। उसे समझाएं कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है।

डॉक्टर से कब मिलें?

अगर घरेलू उपाय करने के बाद भी बच्चा 4-5 दिन तक ठीक से शौच नहीं करता, या नीचे दिए गए लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से मिलें:

  1. मल में खून आना
  2. बार-बार पेट में तेज़ दर्द होना
  3. बच्चा खाना पीना छोड़ दे
  4. वजन कम होने लगे
  5. बहुत चिड़चिड़ा हो जाए

निष्कर्ष: बच्चे को कब्ज की समस्या हो तो क्या करें?

बच्चों में कब्ज एक आम लेकिन ध्यान देने योग्य समस्या है। सही खानपान, पर्याप्त पानी और नियमित आदतों से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। घरेलू नुस्खों से अक्सर आराम मिल जाता है, लेकिन अगर दिक्कत बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

बच्चों का पेट साफ रहेगा तो वे खुश रहेंगे, एक्टिव रहेंगे और उनका विकास भी बेहतर होगा।


अधिक जानकारी के लिए देखें: HealthySamaj.com

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